एमएस धोनी: आईपीएल का फाइनल मैच चेन्नई सुपर किंग्स बनाम गुजरात टाइटंस के बीच खेला गया. इस मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतकर गुजरात टाइटंस को पहले बल्लेबाज़ी करने के लिए आमंत्रित किया, टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए गुजरात ने 214 रन बनाए. लेकिन बारिश की वजह से मैच देरी से शुरू किया गया और चेन्नई को 15 ओवरों में 171 रनों का टार्गेट मिला वहीं इस टार्गेट पीछा करते हुए CSK ने आखिरी गेंद पर यह मैच अपने नाम कर लिया. पांचवी बार चैंपियन बनने के बाद धोनी ने जीत का श्रेय इन खिलाड़ियों को दिया.
चैंपियन बनने के बाद एमएस धोनी ने दिया बड़ा बयान
दर-असल, इस फाइनल मुकाबले में भले ही धोनी बिना खाता खोले पवेलियन लौटे, लेकिन वह आईपीएल के इतिहास में 5 बार खिताब जीतने वाले कप्तान मे रोहित शर्मा की बराबरी कर ली है. इस फ़ाइनल मुकाबले जीत के बाद धोनी पोस्ट प्रेजेंटेशन के दौरान कहा,
”यह सही वक़्त है कि मैं टीम से संन्यास लूं लेकिन मेरा मन ऐसा नहीं चाहता है.मेरा शरीर साथ नहीं दे रहा था लेकिन जब मैं अपना मैच यहां पर खेला तो यह मेरा पहला मैच था, चेन्नई में भी मेरे जीवन का अंतिम मैच था. मैं खुद को परिवर्तन नहीं चाहता हूं जैसा हूं वैसा ही रहूँगा .
हमने इस मुकाबले अच्छी शुरुआत नहीं की लेकिन हमारे बल्लेबाजी शानदार प्रदर्शन किया है. कौन किस तरह से मुश्किलों को झेलता है इसको हम समझाते है, अगर रहाणे जैसा खिलाड़ी हो तो अच्छा है. अगर हम बात करे रायुडू की है तो वह खुद ही नहीं हम सभी उनकी अहम पारी को हमेशा याद रखेंगे वह ऐसा खिलाड़ी है जो हमेशा अच्छा करना चाहता था और यह उसका दिन था”
रवींद्र जडेजा ने सीएसके को दिलाई जीत
चेन्नई के पाचवीं बार चैंपियन बनाने में रवींद्र जडेजा ने सबसे बड़ी भूमिका निभाई . जब एक ही ओवर में अंबाती रायुडू और धोनी पवेलियन लौट गए थे तो एक समय ऐसा लग कि ये मुकाबला चेन्नई से फिसल जायेगा। इसके बाद चेन्नई की पारी को रवींद्र जडेजा ने संभाला आखिरी 6 गेंदों में 13 रन की जरूरत थी . रवींद्र जडेजा ने आखिरी ओवर में दो गेंदों में 1 चौका और 1 छक्का ठोंककर CSK को 5वीं बार चैंपियन बना दिया.