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Video: IPL शतक के बाद बोले शुभमन गिल. गिल का शतक देख खुशी से झूम उठी सारा, तो सचिन के बारे में कही ये बात

अहमदाबाद: दुनिया के सबसे बड़े नरेंद्र मोदी स्टेडियम में शुभमन गिल इस सीजन तीन फिफ्टी लगा चुके थे। इसी मैदान पर खेले पिछले मैच में वह छह रन से शतक चूक गए थे और 94 रन पर नाबाद पवेलियन लौटे थे। 15 मई की रात सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ वह आखिरकार आईपीएल में अपना पहला शतक लगाने में कामयाब हो गए। गिल ने 101 रन की जोरदार पारी खेली। उनके शतक के दम पर डिफेंडिंग गुजरात टाइटंस प्लेऑफ में पहुंचने वाली पहली टीम बन गई। इस यादगार पारी के बाद शुभमन गिल ने महान बल्लेबाज और क्रिकेट के भगवान कहलाए जाने वाले सचिन तेंदुलकर को अपना आदर्श बताया। साथ ही विराट कोहली को अपना सबसे बड़ा मोटिवेटर।

सचिन-विराट का लिया नाम
शुभमन गिल की माने तो, ‘जब मैं 12-13 साल का था, तब से विराट कोहली भाई को फॉलो कर रहा हूं। क्रिकेट की समझ पैदा होने के बाद से वह मेरे आदर्श हैं। मैंने उनसे काफी कुछ सीखा है। उनकी बल्लेबाजी, पैशन और जज्बा मुझे मोटिवेट करता है। सचिन तेंदुलकर भी मेरे रोल मॉडल और प्रेरणास्त्रोत हैं। मैच के दौरान गिल पूरी लय में दिखे। आठ‌वें ओवर में चौका जड़कर 22 गेंद पर अपनी फिफ्टी पूरी की। यह उनकी इस सीजन की फास्टेस्ट फिफ्टी रही। गिल का साथ निभाने वाले साई सुदर्शन (35 गेंद पर 47 रन) के बीच 84 गेंद पर 147 रन की साझेदारी हुई, जे गुजरात की ओर से किसी भी विकेट लिए निभाई गई सबसे बड़ी साझेदारी रही।

गुजरात टाइटंस के ओपनिंग बल्लेबाज शुभमन गिल इस सीजन में शानदार फॉर्म का प्रदर्शन कर रहे हैं। वह लगातार अपने बल्ले से रन बना रहे हैं। हैदराबाद के खिलाफ एक शानदार प्रदर्शन में, गिल ने एक शतक हासिल किया। उन्होंने महज 57 गेंदों पर 101 रन बनाकर शानदार पारी खेली। उन्होंने अपनी पारी के दौरान 13 चौके और 1 छक्का लगाया। यह गिल का आईपीएल में पहला शतक है, जो उनके करियर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। शतक पूरा करने के बाद उन्होंने अनोखे और यादगार तरीके से जश्न मनाया, जिसने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर व्यापक लोकप्रियता हासिल की है।

यह शतक खास था
प्लेयर ऑफ द मैच चुने जाने के बाद अवॉर्ड सेरेमनी के दौरान शुभमन गिल ने कहा कि मैंने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ ही अपना आईपीएल डेब्यू किया था। अब मेडन शतक भी इसी टीम के खिलाफ आया। उम्मीद है कि मैं इस सीजन और शतक बनाऊंगा। मैं उनमें से नहीं हूं जो अपनी पिछली पारियों के बारे में सोचता रहता हूं। मेरा फोकस वर्तमान में वक्त की जरूरत पर होता है। पूरे मैच के दौरान सबसे सुखद लम्हा अभिषेक को छक्का मारना था, क्योंकि वह मेरे बचपन का दोस्त है।

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